
छत्रपति शिवाजी महाराज के गुरू अपने "ग्रंथ-दास बोध" में लिखते हैं की मुस्लमान शासको द्वारा कुरान के अनुसार काफ़िर हिंदु नारियों से बलात्कार किये गए जिससे दुःखी होकर अनेकों ने आत्महत्या कर ली, मुस्लमान न बनने पर अनेक क़त्ल किये और अनगिनत बच्चे अपने अपने माँ बाप को देखकर चीखते रहे, मुसलमान आक्रमणकारी पशुओं के समान निर्दयी थे, उन्होने धर्म परिवर्तन न करने वालों को जिंदा ही धरती में दबा दिया या आग से जला दिया.
लिया गया है :- डॉ. एस डी कुलकर्णी कृत एनकाउंटर विद इस्लाम पृष्ठ - 267-268
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