शुक्रवार, 30 नवंबर 2007

क्या आप धर्मनिरपेक्ष हैं ?


क्या आप धर्मनिरपेक्ष हैं ? जरा फ़िर सोचिये और स्वयं के लिये इन प्रश्नों के उत्तर खोजिये.....
१. विश्व में लगभग ५२ मुस्लिम देश हैं, एक मुस्लिम देश का नाम बताईये जो हज के लिये "सब्सिडी" देता हो ?
२. एक मुस्लिम देश बताईये जहाँ हिन्दुओं के लिये विशेष कानून हैं, जैसे कि भारत में मुसलमानों के लिये हैं ?
३. किसी एक देश का नाम बताईये, जहाँ ८५% बहुसंख्यकों को "याचना" करनी पडती है, १५% अल्पसंख्यकों को संतुष्ट करने के लिये ?
४. एक मुस्लिम देश का नाम बताईये, जहाँ का राष्ट्रपति या प्रधानमन्त्री गैर-मुस्लिम हो ?
५. किसी "मुल्ला" या "मौलवी" का नाम बताईये, जिसने आतंकवादियों के खिलाफ़ फ़तवा जारी किया हो ?
६. महाराष्ट्र, बिहार, केरल जैसे हिन्दू बहुल राज्यों में मुस्लिम मुख्यमन्त्री हो चुके हैं, क्या आप कल्पना कर सकते हैं कि मुस्लिम बहुल राज्य "कश्मीर" में कोई हिन्दू मुख्यमन्त्री हो सकता है ?
७. १९४७ में आजादी के दौरान पाकिस्तान में हिन्दू जनसंख्या 24% थी, अब वह घटकर 1% रह गई है, उसी समय तत्कालीन पूर्वी पाकिस्तान (अब आज का अहसानफ़रामोश बांग्लादेश) में हिन्दू जनसंख्या 30% थी जो अब 7% से भी कम हो गई है । क्या हुआ गुमशुदा हिन्दुओं का ? क्या वहाँ (और यहाँ भी) हिन्दुओं के कोई मानवाधिकार हैं ?
८. जबकि इस दौरान भारत में मुस्लिम जनसंख्या 10.4% से बढकर 14.2% हो गई है, क्या वाकई हिन्दू कट्टरवादी हैं ? ९. यदि हिन्दू असहिष्णु हैं तो कैसे हमारे यहाँ मुस्लिम सडकों पर नमाज पढते रहते हैं, लाऊडस्पीकर पर दिन भर चिल्लाते रहते हैं कि "अल्लाह के सिवाय और कोई शक्ति नहीं है" ?
१०. सोमनाथ मन्दिर के जीर्णोद्धार के लिये देश के पैसे का दुरुपयोग नहीं होना चाहिये ऐसा गाँधीजी ने कहा था, लेकिन 1948 में ही दिल्ली की मस्जिदों को सरकारी मदद से बनवाने के लिये उन्होंने नेहरू और पटेल पर दबाव बनाया, क्यों ?
११. कश्मीर, नागालैण्ड, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय आदि में हिन्दू अल्पसंख्यक हैं, क्या उन्हें कोई विशेष सुविधा मिलती है ? १२. हज करने के लिये सबसिडी मिलती है, जबकि मानसरोवर और अमरनाथ जाने पर टैक्स देना पड़ता है, क्यों ?
१३. मदरसे और क्रिश्चियन स्कूल अपने-अपने स्कूलों में बाईबल और कुरान पढा सकते हैं, तो फ़िर सरस्वती शिशु मन्दिरों में और बाकी स्कूलों में गीता और रामायण क्यों नहीं पढाई जा सकती ?
१४. गोधरा के बाद मीडिया में जो हंगामा बरपा, वैसा हंगामा कश्मीर के चार लाख हिन्दुओं की मौत और पलायन पर क्यों नहीं होता ?
१५. क्या आप मानते हैं - संस्कृत सांप्रदायिक और उर्दू धर्मनिरपेक्ष, मन्दिर साम्प्रदायिक और मस्जिद धर्मनिरपेक्ष, तोगडिया राष्ट्रविरोधी और ईमाम देशभक्त, भाजपा सांप्रदायिक और मुस्लिम लीग धर्मनिरपेक्ष, हिन्दुस्तान कहना सांप्रदायिकता और इटली कहना धर्मनिरपेक्ष ?
१६. अब्दुल रहमान अन्तुले को सिद्धिविनायक मन्दिर का ट्रस्टी बनाया गया था, क्या मुलायम सिंह को हजरत बल दरगाह का ट्रस्टी बनाया जा सकता है ?
१७. एक मुस्लिम राष्ट्रपति, एक सिख प्रधानमन्त्री और एक ईसाई रक्षामन्त्री, क्या किसी और देश में यह सम्भव है ?

13 टिप्‍पणियां:

हर्ष प्रसाद ने कहा…

यह ब्लॉग उतना ही हास्यास्पद है जितना ओसामा बिन लादेन का ब्लॉग हो सकता है. मैं आपको बधाई देता हूँ कि ब्लॉग की दुनिया में आप हास्य (humour) लाये. अगर इतना हास्य मिलता रहा तो मैं TV पर 'Laughter Challenge' जैसे प्रोग्राम देखना बंद कर दूंगा. लोगों की ज़िंदगी में हंसी लाने के लिए मुबारकबाद.

Dr Sohil Momin ने कहा…

very comedy blog as to misquot the great leaders of india

and many of the questions asked have been answered and some will be

e.g. no maulvi has said anything but there are fatwas of banning terrorism and jamiate ulmae hind has given this and had given public lectures and spreading the awareness


terrorism is the monopoly of politicians and not of any religion


if u find faults in islam u will be able find the same in hinduism as all the religion basically speak the same thing that god is one


th name of god as Allah is given in starting 1st sloka of Rugveda and also there is a saperate upnishad called allo upnishad u must erad them

allah is great said in azan only five times a day is not shouting but spreading the truth

people like u are responsible for communal disharmony and those bloody politicians who help people like you


Peace be upon you

Meenu Khare ने कहा…
इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
techage ने कहा…

I think if not all some points are very true and need attention.
Hindus and Muslims can never live together this is fact!
Thanks

Mohammed Umar Kairanvi ने कहा…

हिन्दी के वरिष्ठतम साहित्यकार भारतेन्दु हरिश्चन्द्र लिखते हैं‘‘जिस समय अरब देशवाले बहुदेवोपासना के घोर अंधकार में फंस रहे थे, उस समय महात्मा मुहम्मद सल्लल्लाहु अ़लैहि वसल्लम ने जन्म लेकर उनको एकेश्वरवाद का सदुपयोग दिया। अरब के पश्चिम में ईसा मसीह का भक्तिपथ प्रकाश पा चुका था, किन्तु वह मत अरब, फ़ारस इत्यादि देशों में प्रबल नहीं था और अरब जैसे कट्टर देश में महात्मा मुहम्मद सल्लल्लाहु अ़लैहि वसल्लम के अतिरिक्त और किसी का काम न था कि वहां कोई नया मत प्रकाश करता। उस काल के अरब के लोग मूर्ख, स्वार्थ-तत्पर, निर्दय और वन्य-पशुओं की भांति कट्टर थे। यद्यपि उनमें से अनेक लोग अपने को इब्राहीम अ़लैहिस्सलाम के वंश का बतलाते और मूर्ति पूजा बुरी जानते किन्तु समाज परवश होकर सब बहुदेव उपासक बने हुए थे। इसी घोर समय में मक्के से मुहम्मद चन्द्र उदय हुआ और एक ईश्वर का पथ परिष्कार रूप से सबको दिखाई पड़ने लगा।’’
antimawtar.blogspot.com
islaminhindi.blogspot.com

Mohammed Umar Kairanvi ने कहा…

भविष्‍य में हर कुछ सम्‍भव है, किसने सोचा था कि आज एक भी हिन्‍दू राष्‍ट्र नहीं होगा, आगे कौन कहता है हिन्‍दू राष्‍ट् नहीं होंगे, हर कुछ सम्‍भव है, रही कशमीर की बात तो वह भारत के साथ शर्तों के साथ जुडा था जिसका हमारा देश पालन कर रहा है, भविष्‍य में कुछ भी असम्‍भव नहीं, इस्लाम पर ठीक से अध्‍ययण करके आईये देखिये हर कुछ सम्‍भव है, पाठकों कुप्रचार करने वाले इस ब्लाग का स्वामी इस्लामिक ग्रंथ का नाम क़ुरआन तक गलत xकुरानx लिखता है इस एक मिसाल से समझो कि इसके इस्लामिक अध्‍ययन में कोई दम नहीं, अध्‍ययण किया होता तो ग्रंथ का नाम पढा होता, पढा होता तो कमसे कम नाम तो ठीक लिखता,

आर्य राज ने कहा…

Mohammed Umar Kairanvi--तुम मुल्लो का तो काम ही रहा है झूठ और लूट पर....झूठी कहानिया और झूठे इतिहास और साथ ही बेबुद्धि की किताब लिखने में तो एक्सपर्ट हो...

आर्य राज ने कहा…

Harsha Prasad --तुम क्या ओसामा को ओसामाजी कहने वाले दिग्गी के सगे भाई हो????

Unknown ने कहा…

तुम्हारे जैसे लोगों के कारण आज हिंदुत्व की यह स्थिति है। हास्य कहते हो शर्महीन....

Unknown ने कहा…

तुम्हारे जैसे लोगों के कारण आज हिंदुत्व की यह स्थिति है। हास्य कहते हो शर्महीन....

Unknown ने कहा…

Raj Bhai ye harsha parsad sala vampanthi hai sala gadaar aur mule mohmad ki taarif karte ye nhi sochate ki usne maze k liye 12 shadiya ki yaha tak ki uski biwiyo m ek 6 sal ki bachi aaysha bhi samil thi.

Unknown ने कहा…

Sale harami parsad mazak to tere baap ne kiya hai tuje paida kr ke desh k saath

Unknown ने कहा…

Umar Bhai agar koyi murti m bhi bhgwan ko na paye to iska ye matlab nhi k vo kisi k kahne se ye maan le ki satve aasmaan m alaha rahta hai aur upar konsi printing press hai jaha Quran chhpi thi.